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Q. मौलिक कर्तव्य की अवधारणा किस देश के संविधान से ली गई है?
Answer:- रूस के संविधान से।
Q. किस समिति ने मौलिक कर्तव्यको संविधान में शामिल करने की सिफारिश की थी?
Answer:- सरदार स्वर्ण सिंह।
Q.. भारतीय संविधान के तहत मौलिक कर्तव्य के लिए एक संशोधन द्वारा प्रदान की जाती है?
Answer:- संविधान द्वारा।
Q. मौलिक कर्तव्य किस पर लागू होती है?
Answer:- नागरिक।
Answer:- राज्य सूची एक वर्ष की अधिकतम अवधि के लिए लागू रहेगी।
Answer:- सभी राज्यों पर समान रूप से लागू होता है।
Answer संसद द्वारा बनाया गया कानून
सत्ता की साझेदारी का मतलब होता है किसी देश मे सत्ता (Power) का बंटवारा केसे हो सकता है | जैसे की पूरी दुनिया मे लोकतंत्र व्यवस्था को काफी अच्छा माना जाता है| लोकतंत्र का मतलब होता है कि उस देश मे शासन उनके चुने गए इंसान करे | लोगों का, लोगों के लिए , लोगों के द्वारा शासन को हम लोकतंत्र व्यवस्था बोलते है | यह लोकतंत्र व्यवस्था की परिभाषा अब्राहम लिंकन (Abraham lincoln) ने दि थी जो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति थे |
क्षैतिज वितरण का मतलब है की सरकार के विविध अंग से होते है | किसी भी देश को चलाने व उस देश/राष्ट्र पर शासन करने के लिए क्षैतिज वितरण का होना बहुत जरूरी माना जाता है अगर वो देश लोकतंत्र है तो उस देश मे काफी महत्वपूर्ण हो जाता है|
अगर हम देशी रजवाड़े की बात करते है तो इसका मतलब होता है की किसी देश मे जब छोटे या बड़े एक इलाके पर किसी एक राजा द्वारा शासन किया जाता था| इसे हम इस प्रकार भी समझ सकते है की जिस इलाके मे राजा की चलती हो उसे हम रजवाड़े बोल सकते है |
ऊर्ध्वाधर वितरण का मतलब है की सरकार के विविध स्तरों का होना | किसी भी देश को चलाने व उस देश/राष्ट्र पर शासन करने के लिए ऊर्ध्वाधर वितरण का होना बहुत जरूरी माना जाता है अगर वो देश लोकतंत्र है तो उस देश मे काफी महत्वपूर्ण हो जाता है|
राजनीतिक दल को हम लोगों के एक ऐसे संगठित समूह के रूप मे देखा जा सकता है | जो चुनाव के समय चुनाव मे किसी दल से खड़ा होकर और चुनाव जीतकर सरकार मे राजनीतिक सत्ता प्राप्त करने की इच्छा से काम करते है |
पहले यह जानते है की क्यूबा कहा है और क्यूबा की भोगोलिक स्थिति को समझने का प्रयास करते है | क्यूबा एक छोटा सा द्वीपीय देश है जो अमेरिका के तट से जुड़ा हुआ है और क्यूबा जैसे छोटे - से द्वीपीय देश का जुडाव सोवियत संघ ( जिसे हम आज रूस के नाम से जानते है ) से हुआ करता था | सोवियत संघ क्यूबा को कूटनीतिक सलाह और वित्तीय सहायता दिया करता था |
कार्यपालिया का मतलब ही यही है की दुनिया मे जो देश है वो अपने - अपने यहा केसे काम करते है | जैसे की भारत मे राष्ट्रपति भी और प्रधानमंत्री भी दोनों काम करते है | अमेरिका मे केवल राष्ट्रपति ही काम करते है | इंग्लैंड मे तो महारानी भी काम करती है | मतलब यह है क्या ?
2) शक्ति के लिए संघर्ष - दोनों महाशक्तियां अमेरिका और सोवियत संघ अधिक से अधिक शक्ति अर्जित करके अपने प्रभाव क्षेत्र मे वृद्धि करना चाहती थी | सोवियत संघ पूर्वी यूरोप मे आगे बढ़ रही थी जिसके विरुद्ध यूनान व तुर्की मे सम्मयवादी के विरुद्ध अमेरिका ने इनका साथ दिया | इससे शीत युद्ध की स्थिति ओर भी गहरी हो गई |
भारत एक लोकतंत्र देश है| भारत का एक संविधान भी है| भारतीय संविधान मे भारत के लोगों को कुछ मूल-भूत अधिकार भी दिए गए है| उन्ही मूल-भूत अधिकार को हम मौलिक अधिकार के नाम से जानते है| वर्तमान मे भारत के संविधान मे 6 मौलिक अधिकार है|
अगर हम बात करें सत्ता की साझेदारी का तो इसका मतलब होता है की किसी भी देश में सत्ता यानि राजनीतिक शक्ति किसके हाथों में होंगी| अगर हम वर्तमान समय की बात करें| उद्धरण के लिए भारत की बात करें तो प्रमुख 4 हिस्सों में भारत की राजनीतिक शक्ति के बटवारे को समझा जा सकता है|
नई अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था की स्थापना को घोषणा 1974 में संयुक्त राष्ट्र की महासभा में की गई थी|नई अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था का संबंध व्यापार ,वित्त ,वस्तुओं तथा ऋण संबंधी अनेक विभिनं विषयों से था| इसके बाद औद्योगिक तथा विकासशील देशों के मध्य वार्ता के लिए एक कार्यक्रम तैयार किया गया जो विश्व अर्थव्यवस्था की पुनर्रचना की ओर ध्यान आकर्षित करता है| इस व्यवस्था से विकासशील देशों को लाभ के लिए अधिक भागीदारी की अनुमति प्रदान करता है| 1972 में जब UNCTAD (United Nations Conference on Trade and Development) (व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र का सम्मेलन) ने इससे संबंधित एक रिपोर्ट जारी की थी|
ब्रिटिश सरकार ने भारत देश के ऊपर काफी लंबे समय तक शासन किया| भारत के प्रभावी नेता, व्यक्तियों , क्रांतिकारियों आदि | हम ब्रिटिश सरकार के चंगुल से निकाल पाए| ब्रिटिश संसद में पारित स्वतंत्रता अधिनियम के अंतर्गत 14-15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई| स्वतंत्रता के साथ साथ भारत का विभाजन भी हो गया था| जिसके कारण भारत देश के समक्ष काफी समस्याएँ खड़ी हो गई थी| इन सभी समस्याओं का सामना करना बहुत जरूरी था|
पहले हम उद्देश्य -प्रस्ताव कर इतिहास कि बात करते है | जैसा हम जानते है की भारत का एक लिखित संविधान है | भारत का संविधान कैबिनेट मिशन प्रस्ताव द्वारा गठित किया गया था और संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान तैयार किया गया था|
ऐसा माना जाता है की सोवियत संघ के विघटन के बाद सम्मयवाद व्यवस्था के विरुद्ध में 1990 में एक ऐसी विचारधारा को पूंजीवाद व्यवस्था को और भी ज्यादा अच्छा बताने के लिए "शॉक थेरेपी " को विश्व में रूस ,मध्य एशिया तथा पूर्वी यूरोप के देशों के सामने लाया गया। शॉक थेरेपी का मतलब था "चोट पहुंचाकर उपचार करना" की नीति कहा जाता है।
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जब रूस में क्रांति हुई थी। 1917 से रूस का नाम सोवियत संघ पड़ गया। 1917 से 1991 तक हम रूस को सोवियत संघ के नाम से जानते है। तो हम आज यह जानने का प्रयास करेंगे कि सोवियत संघ का विघटन जब 1991 में हुआ तो सोवियत संघ के विघटन के क्या परिणाम हुए!
जिसके कारण 1991 में सोवियत संघ का विघटन हुआ और परिणाम सहित शीत युद्ध की समाप्ति तथा अमेरिका का विश्व पर वर्चस्व कायम हुआ।
जैसा की हम जानते है भारत को आज़ादी 15 अगस्त 1947 को कड़ी मेहनत के बाद प्राप्त हुई थी और साथ ही 1946 में संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान की शुरुआत की गई थी 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान पूरा हो गया था।
आज के quiz test में 10/10 point जिसके आएंगे उसे POLKAJAADU team की तरफ से कुछ धन राशि जीतने का मौका मिल सकता है और साथ ही 5 पहले winner को मेरे आने next quiz में फोटो ओर Names के साथ दिखाया वह उनके बारे में बताया जाएगा। । यह मौका कुछ ही सीमित समय के लिए है।
विश्व की दो महाशक्तियों अमेरिका और सोवियत संघ के बीच अपने वर्चस्व को दिखलाया और साथ में अपनी - अपनी विचारधारायों को विश्व के सामने बहतर साबित करने की होड़ को हम शीत युद्ध के नाम से जानते है।
शीत युद्ध से अभिप्राय ऐसी अवस्था से है। जब दो या दो से अधिक देशों के बीच वातावरण उतेजित व तनावपूर्ण हो किन्तु वास्तविक रूप से कोई युद्ध ना हो।शीत युद्ध की शुरुआत दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति से मानी जाती है। काफी दशकों तक चलने वाले शीत युद्ध की समाप्ति 1991 में हुई जिसके निम्नलिखित परिणाम हुए -
प्रारूप समिति का केवल प्रारम्भिक पाठ्य को लिखने के लिए नहीं बल्कि भारतीय संविधान में प्रारूप समिति का जिम्मा सोपा गया था कि विभिन्न समितियों द्वारा भेजे गए अनुच्छेद के आधार पर भारतीय संविधान का लिखित पाठ तैयार करें। जिसे बाद में साभिधान सभा के समक्ष पेश किया जाए।
1) भारत के प्रथम पुरुष राष्ट्रपति निम्न में से कौन थे?
I. पंडित जवाहर लाल नेहरू
II. सरदार पटेल
III. डॉ राजेंद्र प्रसाद
IV. राज बहादुर
Answer - डॉ राजेंद्र प्रसाद
2) भारत के प्रथम पुरुष उपराष्ट्रपति निम्न में से कौन थे?
I. पंडित जवाहर लाल नेहरू
II. सरदार पटेल
III. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
IV. राज बहादुर
Q. सर्वोच्च न्यायालय ने किस मामले में कहा कि प्रस्तावना संविधान का हिस्सा नहीं है?
Answer:- बेरुबारी केस।
Q. नौवीं अनुसूची कौन से संशोधन द्वारा जोड़ा गया था?
Answer:- प्रथम संशोधन द्वारा संविधान में जोड़ा गया था।
Q. कौन सी अनुसूची राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सीमाओं का विवरण देती है?
Answer:- I (first)
Q. राष्ट्रपति, उपाध्यक्ष, अध्यक्ष, न्यायाधीशों के वेतन, भत्ते आदि का विवरण सुप्रीम कोर्ट के, आदि किस अनुसूची?
Answer:- अनुसूची II में प्रदान किए गए हैं।
Answer:- भारत।
Answer:- संसद।
Answer:- अधिकार जीवन और स्वतंत्रता।
Answer:- सुप्रीम कोर्ट को।
Answer:- भाग III.
Answer:- क्योंकि वे मूल हैं
Q. रिट सीधे कहा दयार की जाता है?
Q. बंदी प्रत्यक्षीकरण की रिट जारी की जाती है?
Q. Quo Warranto का रिट एक उच्च न्यायालय का क्या आदेश है?