Listly by gyan samadhaan
सोना या नींद आना हमारे शरीर और स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। नींद का न आना या अनिद्रा की समस्या इस बात की निशानी है कि हमारा शरीर सही से कार्य नहीं कर रहा। आपने कई लोगों के मुँह से यह भी सुना होगा कि उन्हें बहुत अधिक नींद आती है। यही कारण है […]
‘जीवन कितना कीमती है’ – कोरोना के आने से पहले हमने ज़्यादा गौर से नहीं सोचा था। अंदर बाहर जाती एक एक श्वांस, स्वस्थ शरीर, साफ हवा, बाहर घूमने की आज़ादी – ये सभी कुदरत के, देश के ऐसे उपहार हैं जो हमें मिले हुए हैं। अक्सर हम छोटी छोटी चीज़ों में उलझकर रह जाते […]
‘जीवन कितना कीमती है’ – कोरोना के आने से पहले हमने ज़्यादा गौर से नहीं सोचा था। अंदर बाहर जाती एक एक श्वांस, स्वस्थ शरीर, साफ हवा, बाहर घूमने की आज़ादी – ये सभी कुदरत के, देश के ऐसे उपहार हैं जो हमें मिले हुए हैं। अक्सर हम छोटी छोटी चीज़ों में उलझकर रह जाते […]
‘जीवन कितना कीमती है’ – कोरोना के आने से पहले हमने ज़्यादा गौर से नहीं सोचा था। अंदर बाहर जाती एक एक श्वांस, स्वस्थ शरीर, साफ हवा, बाहर घूमने की आज़ादी – ये सभी कुदरत के, देश के ऐसे उपहार हैं जो हमें मिले हुए हैं। अक्सर हम छोटी छोटी चीज़ों में उलझकर रह जाते […]
स्वामी रामदेव – ये नाम सबसे पहली बार मैंने अपने एक स्कूल मित्र से 2003 में सुना था। वह एक जैन परिवार से था और मुझे बताता था कि एक बाबा टीवी पर आते हैं और उसकी मम्मी उनकी फैन हैं, उन्हें देखकर और सुनकर वो कुछ योग अभ्यास करती हैं। योग से मेरा कुछ […]
श्री श्री रवि शंकर कोट #1 हमेशा आराम की चाहत में , तुम आलसी हो जाते हो. हमेशा पूर्णता की चाहत में तुम क्रोधित हो जाते हो.हमेशा अमीर बनने की चाहत में तुम लालची हो जाते हो. श्री श्री रवि शंकर कोट #2 प्रेम कोई भावना नहीं हैं। प्रेम तुम्हारा अस्तित्व हैं श्री श्री रवि […]
हमेशा आराम की चाहत में , तुम आलसी हो जाते हो. हमेशा पूर्णता की चाहत में तुम क्रोधित हो जाते हो.हमेशा अमीर बनने की चाहत में तुम लालची हो जाते हो.
अगर आपसे पूछा जाए, ये कौन सा युग चल रहा है। तो आप या कोई भी भारतीय संस्कृति से परिचित व्यक्ति कहेगा, ‘कलियुग’, ‘घोर कलियुग’। अरे, क्या कहीं कोई ऐसा बोर्ड लगा है? आप कहेंगे हमारे शास्त्र ऐसा कहते हैं, संत ऐसा कहते हैं। आप अगर विभिन्न संत परम्पराओं के महात्माओं को एक स्थान पर […]
अगर आपसे पूछा जाए, ये कौन सा युग चल रहा है। तो आप या कोई भी भारतीय संस्कृति से परिचित व्यक्ति कहेगा, ‘कलियुग’, ‘घोर कलियुग’। अरे, क्या कहीं कोई ऐसा बोर्ड लगा है? आप कहेंगे हमारे शास्त्र ऐसा कहते हैं, संत ऐसा कहते हैं। आप अगर विभिन्न संत परम्पराओं के महात्माओं को एक स्थान पर […]
अगर आपसे पूछा जाए, ये कौन सा युग चल रहा है। तो आप या कोई भी भारतीय संस्कृति से परिचित व्यक्ति कहेगा, ‘कलियुग’, ‘घोर कलियुग’। अरे, क्या कहीं कोई ऐसा बोर्ड लगा है? आप कहेंगे हमारे शास्त्र ऐसा कहते हैं, संत ऐसा कहते हैं। आप अगर विभिन्न संत परम्पराओं के महात्माओं को एक स्थान पर […]