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गणेश चतुर्थी (13 सितंबर 2018, गुरुवार), भगवान गणेश के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार हिन्दुओं की आस्था का एक ऐसा अद्भुत प्रमाण है। जिसमें कि शिव-पार्वती-नंदन श्री गणेश की 3/4 इंच से लेकर 25 फुट या इससे भी अधिक ऊँचाई की प्रतिमा को घरों, मन्दिरों अथवा पन्डालों में साज-श्रँगार के साथ शुद्ध चतुर्थी वाले दिन स्थापित किया जाता है।
इस पर्व के अंतिम दिन, जिसे अनंत चतुर्दशी (23 सितंबर 2018, रविवार) के रूप में जाना जाता है, भगवान गणेश की मूर्तियों को विसर्जित करने के लिए नाचते-गाते हुए शोभायात्रा निकाली जाती है।
भगवान गणेश स्वयं रिद्धि-सिद्धि के दाता व शुभ-लाभ के प्रदाता हैं। वे भक्तों की बाधा, संकट, रोग-दोषको दूर करते हैं। 10 दिनी गणेश स्थापना काल में गणपति की संकल्प पूर्वक साधना-आराधना करने से भक्त को चिंताओं से मुक्ति मिलती है, इच्छाएं पूर्ण होती है, मन स्थिर रहता है, अन्न व धन के भंडार में बरकत होती है तथा विघ्न दूर होकर सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
गणेश चतुर्थी पर ज्योतिष उपाय…
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1👌मनुष्य की मृत्यु के समय जो कुंडली बनती है, उसे पुण्य चक्र कहते हैं. इससे मनुष्य के अगले जन्म की जानकारी होती है. मृत्यु के बाद उसका अगला जन्म कब और कहां होगा, इसका अनुमान लगाया जा सकता है. जातक-पारिजात में मृत्युपरांत गति के बारे में बताया गया है. यदि मरण काल में लग्न में गुरु हो तो जातक की गति देवलोक में, सूर्य या मंगल हो तो मृत्युलोक, चंद्रमा या शुक्र हो तो पितृलोक और बुध या शनि हो तो नरक लोक में जाता है. यदि बारहवें स्थान में शुभ ग्रह हो, द्वादशेश बलवान होकर शुभ ग्रह से दृष्टि होने पर मोक्ष प्राप्ति का योग होता है. यदि बारहवें भाव में शनि, राहु या केतु की युति अष्टमेश के साथ हो, तो जातक को नरक की प्राप्ति होती है. जन्म कुंडली में गुरु और केतु का संबंध द्वादश भाव से होने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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ज्योतिष्य योग और ज्योतिष्य दोष ये दोनों अलग अलग प्रकार की ग्रहों की स्थितिया है जो आपस में उनके कुंडली में मिलने से उनके संयोग बनती है, जिसे हम ज्योतिष्य भाषा में ग्रहों की युति कह कर सम्बोधित करते है। जो कई प्रकार के शुभ और अशुभ योगो का निर्माण करती है। उन शुभ योगो में कुछ राजयोग होते है। हर व्यक्ति अपनी कुंडली में राजयोग को खोजना चाहता है जोकि ग्रहो के संयोग से बनने वाली एक सुखद अवस्था है। ईश्वर की कृपया से जिनकी कुंडली में यह सुन्दर राजयोग होते है वह अपनी ज़िंदगी अच्छी प्रकार से व्यतीत कर पाने में समर्थ होते है। लेकिन इसके विपरीत कुछ जातक ऐसे भी होते है जिनकी कुंडली में ग्रह कुछ दुषयोगो का निर्माण करते है। जिनका जातक को यथा सम्भव उपाय करवा लेना चाहिये। आज हम यहाँ ग्रहों के माध्यमो से बनने वाले कुछ दुषयोगो के बारे में बात करेंगे।
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किसी भी जातक की जन्म कुण्डली में घर का सुख देखने के लिए मुख्यत: चतुर्थ स्थान को देखा जाता है। फिर गुरु, शुक्रऔर चंद्र के बलाबल का विचार प्रमुखता से किया जाता है। जब-जब मूल राशि स्वामी या चंद्रमा से गुरु, शुक्र या चतुर्थ स्थान के स्वामी का शुभ योग होता है, तब घर खरीदने, नवनिर्माण या मूल्यवान घरेलू वस्तुएँ खरीदने का योग बनता है। ज्योतिर्विद पण्डित दयानन्द शास्त्री के अनुसार किसी भी व्यक्ति के जीवन पुरुषार्थ, पराक्रम एवं अस्तित्व की पहचान उसका निजी मकान है। महंगाई और आबादी के अनुरूप हर व्यक्ति को मकान मिले यह संभव नहीं है। आधी से ज्यादा दुनिया किराये के मकानों मेंं रहती है। कुछ किरायेदार, जबरदस्ती मकान मालिक बने बैठे हैं। कुछ लोगों को मकान हर दृष्टि से फलदायी है। कोई टूटे-फूटे मकानों मेंं रहता है तो कोई आलिशान बंगले का स्वामी है। सुख-दुख जीवन के अनेक पहलुओं पर मकान एक परमावश्यकता बन गई है।
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भारतीय ज्योतिष में सामुद्रिक शास्त्र वह शास्त्र है जो शरीर के अंगों और उसके प्रकार के आधार पर उस व्यक्ति के व्यक्तित्व तथा भविष्य बताता है। सामुद्रिक शास्त्र ज्योतिष का एक अभिन्न अंग है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार मनुष्य के पैर से लेकर सिर तक हर अंग के लिए विशेष प्रकार तथा लक्षण बताया गया है। शरीर के अंगों की आकार , प्रकार और रंग के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य को बताया जा सकता है।
प्रस्तुत लेख को पढ़कर आप किसी भी व्यक्ति के पैरों के आकार को देखकर उसके स्वभाव को बताने में समर्थ हो सकते है। पैरो के उंगलियो के आकार ( Shape ) के आधार पर आसानी से बताया जा सकता है कि पुरुष या स्त्री का व्यवहार, चरित्र, विचार, कार्यक्षेत्र इत्यादि कैसा होगा।
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If we look at Brihat Parasara Hora Sastra (BPHS) chapter 21, verse 3, 4, 5, 6, 7 or even 14, 15 there is a clear astrological explanation about how “Your horoscope tell about Longevity” and I will give that information and the end of this article and they are based on the old great history of the Vedas and they also work and I have great respect for them.
Myself living at the moment in a West-European country the Netherlands and with all mine live knowledge I can add a lifestyle experience with sure will help to have a long life. Like not smoking and only drink alcohol when eating.
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■ Usages of Birth Time Rectification (BTR) & Accurate Horoscope
★ Whose birth time is not known.
★ Who knows the estimated birth time.
★ Those who do not know anything at birth day in the year.
★ There is some information about the birth, but there is some doubt in the date of birth.
★ Birth time is correct according to the paper document, but the horoscope is not accurate.
★ Apart from this, due to any other reason the horoscope is not accurate, there is a difference in degrees of Ascendant or any planet.
★ Remedies are not having the right effect.
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राशिफल 24 सितम्बर 2018, शनिवार, शनि प्रदोष, नक्षत्र धनिष्ठा व चन्द्रमा कुंभ राशि में गोचर का प्रभाव..
मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ… आज जल्दबाजी न करें, हर कार्य अपनी गति से अपने समय से ही संपन्न होगा। परिवार की शांति अचानक आयी समस्याओं की वजह से भंग हो सकती है।
वृषभ (Taurus) ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो ब बो… जीवनसाथी के किसी अचानक काम की वजह से आपकी योजनाएँ बिगड़ सकती हैं। पारिवारिक जिम्मेदारी बढ़ सकती हैं। आज क्रोध से आप के बने हुए काम बिगड़ सकते हैं।
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राशिफल 25 सितम्बर, मंगलवार, चन्द्रमा मीन राशि में गोचर का प्रभाव..
मेष (Aries) : जीवनसाथी की वजह से मन तनाव मे रहेगा। महत्वपूर्ण निर्णय लेने मे विलंब न करें। कुछ लोगों से बिना वजह बहस के कारण टेंशन भी हो सकता है। क्या न करें- आज संयम से काम लें और किसी छोटी बात को मुद्दा न बनाएं।
वृष (Taurus) : आज कारोबार में बढ़ोतरी होगी। किसी पुराने प्रोजेक्ट या काम को शुरू करने के लिए समय शुभ है। क्या न करें- आज जोश में आकर किसी प्रकार का कोई गलत कदम नहीं उठाएं।
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घर का मुखिया बीमार रहता है, रसोई घर के आस – पास वाली दीवारों में दरार आ जाते है । जिस घर में पितृ दोष हावी होता है उस घर से कभी भी मेहमान संतुष्ट होकर नहीं जायेंगे चाहे आप कुछ भी क्यूँ न कर ले या फिर कितनी ही खातिरदारी कर ले , मेहमान हमेशा नुक्स निकाल कर रख देंगे यानी की मोटे तौर पर आपकी इज्ज़त नहीं करेंगे ।
पितृ दोष कही न कही अनेको दोषों को उत्पन्न करने वाला होता है जैसे की वंश न बढ़ने का दोष , असफलता मिलने का दोष , बाधा दोष और भी बहुत कुछ । तो इन दिनों में की गयी पूजा और तर्पण अगर विधि विधान और मन लगाकर किया जाए तो अच्छे फल देने वाली सिद्ध होती है ।
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ज्योतिष मे शुक्रवार, शुक्र गृह, प्रेम, विवाहिक जीवन व जीवन मे ऐश आराम / सुख सुविधा का कारक ग्रह है। इसलिए हिन्दू धर्म मे शुक्र के अस्त होने पर शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं। जन्मपत्री मे शुक्र गृह नीच, बलहीन या राहु के साथ होने पर व्यक्ति की पत्नी, प्रेमिका प्रेम मे कलह रहती है।
शुक्रवार मां लक्ष्मी का दिन भी है। हाथो मे शुक्र पर्वत दबा होने पर व्यक्ति को धन सम्पत्ति सम्बन्धित परेशानी रहती है।
जन्मपत्री मे शुक्र गृह नीच का होने पर शुक्रवार को मिश्री, रुई, देशी घी मे से कोई भी एक वस्तु धर्म स्थान मे दान दे।\
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राशिफल 28 सितम्बर, शुक्रवार, हर्षण योग, भरणी नक्षत्र और मेष राशि में चंद्रमा गोचर का प्रभाव, व्यक्ति को अपनी दैनिक राशि अपनी जन्मपत्री मे चन्द्रमा राशि व जन्मपत्री न होने पर अपने बोलते नाम के प्रथम अक्षर के अनुशार देखनी चाहिए, यदि किसी के मन मे जन्मराशि से समबन्धित को सवाल है तो वह निशुल्क जानकारी के लिए फ़ोन करे..
मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.. ऑफिस और बिजनेस में नया काम हो सकता है। कोई नई जिम्मेदारी मिल सकती है। दिल की बजाय दिमाग से निर्णय लें।
वृषभ (Taurus) ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो ब बो.. खानपान में संतुलन बनाए रखें। कुछ मामलों में आपकी सोच और सोचने का तरीका साफ नहीं होने से मानसिक परेशानियां बढ़ सकती हैं। किसी खर्च को लेकर भी टेंशन बढ़ने की संभावना है।
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राशिफल 29 सितम्बर, शनिवार, वज्र योग, ध्वज योग, कृतिका नक्षत्र और सूर्य – कन्या राशि में, चंद्रमा – वृष राशि में, मंगल – मकर राशि में, बुध – सिंह राशि में, गुरु – तुला राशि में, शुक्र – तुला राशि में, शनि – धनु राशि में, राहु – कर्क राशि में और केतु – मकर राशि में गोचर का प्रभाव…
मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.. सम्पत्ति व परिवार की समस्या सुलझ जाएगी। रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। पैसों की स्थिति में सुधार के लिए आप पूरी कोशिश करेंगे। कोई नए कार्य की भी योजना बना सकते हैं।
वृषभ (Taurus) ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो ब बो.. हर किसी पर भरोसा न करें। आज आप बिजनेस कॉम्पिटीशन में न उलझें। किसी को पैसा उधार देने से भी आपको बचना होगा। झूठे वादे करने के कारण आप किसी विवाद में उलझ सकते हैं।
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जानिए कैसा रहेगा आपकी राशि का राशिफल (भविष्यफल) अक्टूबर 2018 के लिए —
(यह राशिफल आपकी चन्द्र राशिनुसार दिया गया हैं।)
मेष ( च, चू, चे, ला, ली, लू, ले, लो, अ ):-
इस माह जीवन की कठिनाईयों के कारण मन में हीन भावना न लायें, अपनी क्षमताओं पर भरोसा करें।
मेष राशि वालों को कठिन कर्म व बाहरी सम्बन्ध से कष्ट होगा, खर्च की अधिकता से भी कष्ट हो सकता है।इस महिने उच्चअधिकारियों से सोच संभल कर व्यवहार करना उचित होगा। उत्सवों में शामिल होने का मौका मिलेगा एवं सभी प्रकार की सुविधाओं का उपभोग करने का अवसर प्राप्त होगा। व्यापार की वृद्ध होगी एवं नौकरी में प्रमोशन के मौके प्राप्त होंगे। पिता से संबंधों में सुधार होगा। मनचाहे कार्यों को करने का अवसर प्राप्त होगा। संतान से सुख मिलेगा। घूमने या तीर्थ यात्रा पर जाने का योग है।
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श्राद्ध पक्ष में पितर, ब्राह्मण और परिजनों के अलावा पितरों के निमित्त गाय, श्वान और कौए के लिए ग्रास निकालने की परंपरा है। पितृपक्ष पूर्णिमा से अमावस्या तक 16 दिन का होता है। धर्मशास्त्रों के अनुसार हमारी मान्यता है कि प्रत्येक की मृत्यु इन 16 तिथियों को छोड़कर अन्य किसी दिन नहीं होती है। इसीलिए इस पक्ष में 16 दिन होते हैं। एक मनौवैज्ञानिक पहलू यह है कि इस अवधि में हम अपने पितरों तक अपने भाव पहुंचाते हैं। चूंकि यह पक्ष वर्षाकाल के बाद आता है अत: ऐसा माना जाता है कि आकाश पूरी तरह से साफ हो गया है और हमारी संवेदनाओं और प्रार्थनाओं के आवागमन के लिए मार्ग सुलभ है।
आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से लेकर अमावस्या पंद्रह दिन पितृपक्ष (पितृ = पिता) के नाम से विख्यात है। इन पंद्रह दिनों में लोग अपने पितरों (पूर्वजों) को जल देते हैं तथा उनकी मृत्युतिथि पर पार्वण श्राद्ध करते हैं। पिता-माता आदि पारिवारिक मनुष्यों की मृत्यु के पश्चात् उनकी तृप्ति के लिए श्रद्धापूर्वक किए जाने वाले कर्म को पितृ श्राद्ध कहते हैं। ज्योतिष और धर्मशास्त्र कहते हैं कि पितरों के निमित्त यह काल इसलिए भी श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि इसमें सूर्य कन्या राशि में रहता है और यह ज्योतिष गणना पितरों के अनुकूल होती है।
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राशिफल 3 अक्टूबर, बुधवार, पुनर्वसु नक्षत्र, गद व परिघ योग, सूर्य कन्या राशि में, बुध – सिंह राशि में, चंद्रमा – मिथुन राशि में, मंगल, केतु – मकर राशि में, गुरु, शुक्र – तुला राशि में, शनि – धनु राशि में, राहु – कर्क राशि में गोचर का प्रभाव…
मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.. नई योजना के कुछ बेहतरीन अवसर भी आपको प्राप्त हो सकते हैं। दफ्तर में लंबे समय से चले आ रहे रुका हुआ कार्यो मे आज आपको सफलता मिल सकती है।
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राशिफल 4 अक्टूबर, गुरुवार, पुष्य नक्षत्र, सूर्य – बुध कन्या राशि में, चंद्रमा – राहु कर्क राशि में, मंगल – केतु मकर राशि में, गुरु – शुक्र तुला राशि में, शनि – धनु राशि में गोचर का प्रभाव…
मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.. ( इस राशि के लोग किसी के दबाव में कार्य करना पसंद नहीं करते) आज पेशेवर स्तर पर मेहनत रंग ला सकती है। शानदार वाक्यपटुता के कारण कोई बड़ी डील हासिल करने वाले हैं। लव लाइफ के लिए अच्छा दिन है।
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” स्वयं के घर का योग ”
जैसा की हर व्यक्ति की इच्छा होती हैं की उसका स्वयं का घर हो लेकिन कई प्रयास के बाद भी उसको किराये के मकान या पुश्तैनी मकान में रहना पड़ता हैं इस प्रश्न का उत्तर वैदिक पद्धति द्वारा ज्योतिषीय दृष्टिकोण से ही मिल सकता हैं.
यहाँ हमें वर्तमान समय में ग्रहो की महादशा व अन्तर्दशा का अध्ययन करना पड़ेगा साथ साथ हमें गोचर में गुरु व शनि का भी अध्ययन करना पड़ेगा.
१) यदि महादशानाथ या अन्तर्दशानाथ का सम्बन्ध चतुर्थ भाव/ चतुर्थेश से हो तो मकान का योग बनता हैं.
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राशिफल 6 अक्टूबर, शनिवार, द्वादशी, शनि प्रदोष, पदम् योग, राहुकाल 9:04 से 10:30 तक, मघा नक्षत्र, चन्द्रमा – बुध सिंह राशि, सूर्य कन्या राशि में, राहु कर्क राशि में, मंगल – केतु मकर राशि में, गुरु – शुक्र तुला राशि में, शनि – धनु राशि में गोचर का प्रभाव, जिन व्यक्तिओ को अपनी नाम राशि नहीं पता है वो अपने नाम के प्रथम अक्षर से राशिफल देखे..
मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.. कोई बड़ा फैसला भी आज आप ले सकते हैं। आपका कॉन्फिडेंस पहले से और बढ़ सकता है। बिजनेस में नए क्षेत्र में प्रवेश का मौका मिल सकता है। दलाली के कामों में लाभ होगा।
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ज्योतिष शास्त्र का एक ऐसा ग्रह जिसके नाम से लोगों को सर्वाधिक डर लगता है। जो इतना शक्तिशाली है की सूर्य और चन्द्र जैसे ग्रहों को भी ग्रहण लगा देता है।
नीलाम्बरो नीलवपु: किरीटी करालवक्त्र: करवालशूली। चतुर्भुजश्चक्रधरश्च राहु: सिंहाधिरूढो वरदोऽस्तु मह्यम॥
नवग्रहों में यह अकेला ही ऐसा ग्रह है जो सबसे कम समय में किसी व्यक्ति को करोड़पति, अरबपति या फिर कंगाल भी बना सकता है तथा इसी लिए इस ग्रह को मायावी ग्रह के नाम से जाना जाता है।
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इस वर्ष शारदीय नवरात्रि की घटस्थापना प्रतिपदा तिथि, चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग में होगी
प्रतिपदा तिथि 9 अक्टूबर मंगलवार सुबह 9:16 बजे से प्रारंभ होकर 10 अक्टूबर बुधवार सुबह 7: 25 बजे तक रहेगी।
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 10 अक्टूबर से 18 अक्टूबर नवमी तिथि तक चलेगी।
घटस्थापना देवी का आव्हान के लिए देवी पुराण व तिथि तत्व में प्रातःकाल प्रतिपदा तिथि एवम् द्विस्वभाव लग्न में घटस्थापना करना श्रेष्ठ बताया गया है।
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यदि आपकी कुंडली में राहू अच्छा नहीं है तो किसी से कोई चीज़ मुफ्त में न लें क्योंकि हर मुफ्त की चीज़ पर राहू का अधिकार होता है |
उधार ली गयी सभी वस्तुएं राहू खराब करती हैं !
राहू ग्रह का कुछ पता नहीं कि कब बदल जाए जैसे कि आप कल कुछ काम करने वाले हैं लेकिन समय आने पर आपका मन बदल जाए और आप कुछ और करने लगें तो इस दुविधा में राहू का हाथ होता है |
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राशिफल 12 अक्टूबर, शुक्रवार, विशाखा नक्षत्र, शुक्ल पक्ष चतुर्थी, राहु काल – 10:40 से 12:07 तक, प्रीति योग, चन्द्रमा वृश्चिक राशि में गोचर प्रभाव…
मेष (Aries) – आईटी, मीडिया व मेडिकल से जुड़े लोग सफल रहेंगे। किसी नए व्यवसाय के बारे में सोचना प्रारम्भ कर सकते हैं। प्रेमी से माधुर्यता बनी रहेगी। दाम्पत्य जीवन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
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राशिफल 13 अक्टूबर, शनिवार, अनुराधा नक्षत्र, शुक्ल पक्ष पंचमी, सौभाग्य व आयुष्मान योग, राहु काल – 09:13 से 10:40. चन्द्रमा वृश्चिक राशि में गोचर प्रभाव…
मेष (Aries) – रहस्यपूर्ण मामलो की ओर आपका रूचि रहेगी। आज अच्छी वाणी व व्यवहार न केवल आपको सफल बनाएगा, बल्कि आपसे मिलने वाले लोग भी बहुत खुश रहेंगे। विपरीत लिंग से आकर्षण बढ़ सकता व कहीं घूमने भी जा सकते हैं। कार्य के प्रति सोच सकारात्मक रखें, कोई बड़ा अवसर प्राप्त होगा।
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राशिफल 15 अक्टूबर, सोमवार, मूल – नक्षत्र, षष्ठी तिथि, राहु काल – प्रातः 07:47 से 9:14, चन्द्रमा धनु राशि में गोचर प्रभाव…
मेष (Aries) – आज आप को व्यय पर संयम रखने की जरुरत है. व्यवसायिक, आर्थिक रूप से दिन शुभ सिद्ध होगा। क्या न करें – आज क्रोध और जिह्वा पर संयम रखने की जरुरत है अन्यथा इससे मानसिक दुख पहुंचने की संभावना है।
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